
आमतौर पर घुटनों का दर्द गठिया या आर्थराइटिस बीमारी के कारण ही होता है। शरीर के जोड़ों में सूजन उत्पन्न होने पर गठिया रोग होता है या जोड़ों में उपास्थि (कोमल हड्डी) भंग हो जाती है। जब किसी जोड़ में उपास्थि भंग हो जाती है तो आपकी हड्डियाँ एक-दूसरे के साथ रगड़ खाती हैं, इससे दर्द, सूजन और ऐंठन उत्पन्न होती है और यही घुटनों में दर्द का कारण बन जाता है।
घुटनों का दर्द क्या है?
सबसे सामान्य तरह का गठिया हड्डी का गठिया होता है। इस तरह के गठिया में, लंबे समय से उपयोग में लाए जाने अथवा व्यक्ति की उम्र बढ़ने की स्थिति में जोड़ घिस जाते हैं जोड़ पर चोट लग जाने से भी इस प्रकार का गठिया रोग हो जाता है। हड्डी का गठिया अक्सर घुटनों, कूल्हों और हाथों में होता है। जोड़ों में दर्द और सूजन शुरू होने लगता है।
घुटनों में दर्द होने के कारण
वात एवं कफ दोष जब अपने चरम स्थिति में होते हैं तब घुटनों एवं जोड़ों में दर्द होता है।
- -जोड़ों का दर्द
- -गाउट
- -रूमेटाइड अर्थराइटिस
- -बर्साइटिस
- -घुटने का अर्थराइटिस
- -ऑस्टियोआर्थराइटिस
- -ऑस्टियोमायइलिटिस
- -टेन्डीनिस
- -बेकर्स सिस्ट
- -घिसा हुआ कार्टिलेज (उपास्थि) (मेनिस्कस टियर)
- -घिसा हुआ लिगमेंट (ए.सी.एल. टियर)
- -झटका लगना अथवा मोच
- -घुटने की चोट
- -श्रोणि विकार
घुटनों में दर्द के लक्षण (Symptoms of Knee Pain)
घुटनों या जोड़ों में दर्द होने की समस्या को आप इन लक्षणों से पहचान सकते हैं :
- -चलने, खड़े होने, हिलने-डुलने और यहां तक कि आराम करते समय भी दर्द।
- -सूजन और क्रेपिटस
- -चलते समय जोड़ों का लॉक हो जाना
- -जोड़ों का कड़ापन, खासकर सुबह में या यह पूरे दिन रह सकता है।
- -मरोड़।
- -वेस्टिंग और फेसिकुलेशन
- –शरीर में अकड़न।
घुटनों के दर्द से बचने के उपाय (How to Prevent Knee Pain)
घुटनों में दर्द होने से बचने के लिए इन बातों पर ध्यान देने की ज़रूरत होती है
- -रात के समय चना, भिंडी, अरबी, आलू, खीरा, मूली, दही, राजमा इत्यादि का सेवन भूलकर भी नहीं करें।
- -चावल, ड्राई फ्रूट्स, दाल और पालक बंद कर दें। इनमें प्रोटीन बहुत ज्यादा होता है।
- -मीट, अंण्डा, मछली का सेवन तुरन्त बंद करें। इसे खाने से यूरिक एसिड तेजी से बढ़ता है।
- -पानी पीने के नियम भी जरूर फॉलो करना चाहिए। खाना खाते समय पानी न पीएं। पानी, खाने से डेढ़ घण्टे पहले या बाद में ही पीना चाहिए।
- -माइक्रोवेव या ग्रिलर में बना खाना जोड़ों को नुकसान पहुंचाता है।
- -मीठी चीजें, चॉकलेट, केक, सॉफ्ट ड्रिंक और मैदे से बनी चीजों को खाने से शरीर में यूरिक एसिड बढ़ जाता है जो गठिया रोग बढ़ने का कारण बन जाता है।
- -धूम्रपान ऑक्सीजन की मात्रा को सीमित कर देता है। जिससे मांसपेशियों को ऑक्सीजन जरूरत पूरी नहीं होती है। साथ ही निकोटीन रीढ़ की हड्डी की डिस्क्स में रक्त प्रवाह को बाधित करता है।
- -रात को शराब पीने के बाद अगर अगली सुबह आपको पीठ दर्द की समस्या का कारण शराब हो सकता है।
- -रात को सोते समय दूध या दाल का सेवन करना हानिकारक है। छिलके वाली दालों से पूरी तरह परहेज करें।
- -यूरिक एसिड की परेशानी से बचने के लिए सोया मिल्क, जंक फूड, चटपटे खाद्य पदार्थ, ठण्डा पेय, तली-भूनी चीजें न खाएं।
- -बेकरी फूड जैसे कि पेस्ट्री, केक, पैनकेक, क्रीम बिस्कुट इत्यादि ना खाएं। ट्रांस फैट से भरपूर खाना यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ाता है।
- -अधिकांश जंक फूड शरीर को पर्याप्त पोषण प्रदान नहीं करते। इनके कारण मांसपेशियां जल्दी थक जाती हैं। दूसरी ओर, साबुत अनाज, प्रोटीन युक्त दही और सब्जियों के रूप मांसपेशियों पर सकारात्मक असर डालते हैं।
घुटनों के दर्द से छुटकारा पाने का घरेलू इलाज
घुटनों का दर्द दूर करता है हल्दी-चूने का लेप
हल्दी और चूना दर्द को दूर करने में अधिक लाभदायक साबित होते हैं। हल्दी और चुना को मिलाकर सरसों के तेल में थोड़ी देर तक गर्म करे फिर उस लेप को घुटने में लगाकर रखने से घुटनों का दर्द कम होता है.

हल्दी दूध का सेवन व अदरक घुटनों के दर्द में फायदेमंद
एक ग्लास दूध में एक चम्मच हल्दी के पाउडर को मिलाकर सुबह-शाम कम से कम दो बार पीने से घुटनों के दर्द में लाभ मिलता है। यह जोड़ों का दर्द दूर करने का सबसे कारगर घरेलू इलाज है। गर्म प्रकृति होने के कारण यह सर्दी जनित दर्द में फायदेमंद है। सांस संबंधी तकलीफ, घुटनों में दर्द, ऐंठन और सूजन होने पर अदरक का सेवन करना लाभकारी होता है।
प्राकृतिक उपचार घुटनों के दर्द में फायदेमंद
विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत सूरज से उत्पन्न धूप है, जिससे आपको नेचुरल विटामिन-डी मिलती है जो हड्डी के लिए अधिक लाभदायक होता है। इसलिए गठिया के मरीजों को नियमित रूप से सुबह कुछ देर धूप में टहलना चाहिए.
अश्वगन्धा एवं सोंठ पाउडर से करें घुटनों के दर्द का घरेलू उपचार
इसके लिये 40 ग्राम नागौरी अश्वगंध पाउडर, 20 ग्राम सोंठ चूर्ण तथा 40 ग्राम की मात्रा में खाण्ड पाउडर लें। तीनों को अच्छी तरह से मिला लें। जोड़ों एवं घुटनों के दर्द में इस चूर्ण को 3-3 ग्राम मात्रा में सुबह शाम गर्म दूध के साथ लेने से जोड़ों के दर्द में और सूजन में बहुत अच्छा आराम मिलता है। गठिया के घरेलू इलाज के रूप में यह नुस्खा काफी प्रचलित है, कई लोग इसे घुटनों के दर्द की आयुर्वेदिक दवा के रूप में इस्तेमाल करते हैं। सरसों का तेल शारीरिक दर्द, घुटनों के दर्द, सर्दी जनित दर्द में बेहद लाभकारी होता है। नियमित रूप से सरसों के तेल से घुटनों की मालिश करने पर घुटनों का दर्द जल्दी दूर हो जाता है।

घुटनों का दर्द दूर करने के लिए करें मेथी का उपयोग
मेथी दाना का जोड़ों पर असर दर्द की गोली की तरह ऐनलजेसिक एवं एंटी-इंफ्लामेट्री होता है। इसके लिये दाना मेथी का पाउडर आधा से एक चम्मच सुबह शाम खाने के बाद गर्म पानी से लें। इससे घुटनों के दर्द से आराम मिलता है। यह जान लें कि नियमित व्यायाम करना घुटनों या जोड़ों के दर्द का सबसे असरदार इलाज है। फिजियोथेरेपिस्ट की राय से एक्सरसाइज करें या योगा शिक्षक से सीख कर नियमित योगा करें।
डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए
आमतौर पर लोगों को जब भी घुटनों में दर्द होता है तो वे घुटनों या जोड़ों के दर्द की दवा खाकर दर्द से राहत पा लेते हैं। लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो ऐसा करने से बचें बल्कि पहले जोड़ों के दर्द के घरेलू उपचार अपनाएं। अगर इनसे उचित लाभ ना हो तब जाकर डॉक्टर से घुटनों के दर्द का इलाज करवाएं। इसके अलावा अगर दर्द फ्रेक्चर की वजह से है या दर्द के साथ सूजन है, लालिमा है, गर्माहट है या फिर दर्द के साथ बुखार है और वजन कम हो रहा है और रात में तेज दर्द होता है तो फ़ौरन ऑर्थोपीडिक डॉक्टर को दिखाना बेहतर होता है।
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