बाल उड़ना / गंजापन
बालों के रोग को ठीक रखने के लिए प्रोटीन युक्त भोजन लाभदायक है। दूध, पनीर, ताजे फल, हरी सब्जियाँ, सलाद गुणकारी है
फरास, रूसी (Dandruff)
सिर में रूसी हो जाने पर बाल झड़ने लगते हैं। रूसी अधिकतर बालों की भली प्रकार सफाई नहीं रखे जाने पर, बालों में से साबुन सही तरीके से नहीं धुल पाने पर हो जाती है। इस रोग में सिर पर सफेद रंग के छोटे-छोटे भूसी के समान कण बन जाते हैं। कंघी करते समय या सिर खुजलाते समय ये कण अलग-अलग होकर सम्पूर्ण बालों में ‘रक्त बीज’ की भाँति फैलने एवं पनपने लगते हैं। रूसी के कारण बहुत अधिक खुजली मचती है। बार-बार बेतहाशा खुजली करने पर सिर का वह स्थान गर्म हो जाता है। फलस्वरूप उस स्थान के बाल पतले रूखे एवं कमजोर होकर झड़ने लगते हैं।
स्वस्थ बालों की सबसे बड़ी शत्रु होती है-‘रूसी’
रूसी न केवल बालों की जड़ों को कमजोर बनाती है बल्कि इससे त्वचा से सम्बन्धित रोग भी हो जाते हैं।
हमारी त्वचा के अन्दर कोषों के टूटने और नवीनीकरण की प्रक्रिया सदा चलती रहती है।
यह प्रक्रिया सिर की त्वचा में भी होती है और मृत कोष अपने आप झड़ जाते हैं। किन्तु यदि ये मृतकोष बहुत अधिक मात्रा में बनने व झड़ने लगे तो यह एक रोग है। इसका उपचार करना आवश्यक है।
रूसी दो प्रकार की होती है
बालों के रोग -शुष्क, जो खुजलाने पर झड़ती है और चिकनी, जो खोपड़ी पर चिपकी रहती है।
बालों को घना करने के घरेलू उपाय
जब सिर में बहुत अधिक पपड़ी जम जाती है तो बालों की जड़ों में हवा नहीं पहुँच पाती और बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं। कारण-बहुत अधिक मात्रा में रूसी होने का कारण सिर में गंदगी का होना, रक्त संचार में गड़बड़ी, इन्फेक्शन असंतुलित भोजन आदि हैं।
बचाव
बालों के रोग – जिन लोगों को यह रोग है उनके कंधे, हेयरब्रश, तौलिया, तकिया आदि अलग रखने चाहिए।
क्या खायें और क्यों
डेटोल नहाने के पानी में थोड़ा-सा डेटोल डालकर नहाने से छूत का रोग नहीं लगता।
खसखस चार चम्मच खसखस दूध में पीस कर बालों की जड़ों में लगायें। आधे घंटे बाद सिर धोयें। धोने में शैम्पू या साबुन काम में ले सकते हैं। सप्ताह में दो बार इस तरह बाल धोयें। रूसी बालों से निकल जायेगी।चना चार बड़े चम्मच बेसन एक बड़े गिलास पानी में घोलकर बालों पर मलें, फिर सिर धो लें। इससे फरास या रूसी दूर हो जायेगी।
अरहर रात को एक कप छिलके सहित अरहर की दाल पानी में भिगो दें। प्रातः इसे पीसकर सिर में लगा लें। आधा घंटे बाद सिर धोयें। फिर गीले बालों में ही कंघी करें। रूसी निकल जायेगी। दही सप्ताह में दो बार दही से बालों को धोने से फरास ठीक हो जाती है। सौन्दर्य विशेषज्ञ डॉ. सिल्वी ने यह जानकारी सौन्दर्य कार्यशाला में दी। रूसी से बाल झड़ते हैं, लोग गंजे हो जाते हैं। रूसी से ग्रस्त व्यक्ति को सरसों के तेल से मालिश करनी चाहिए, सिर में सरसों का तेल लगाना चाहिए। – राज. पत्रिका, 11-4-2001
आँवला
पांच चम्मच पिसे हुए आँवला रात को आधा कप पानी में भिगो दें, और सुबह इस पानी से सिर धो लें ।
इससे रुसी जमना बन्द हो जाती है।
चुकन्दर–चुकन्दर के पत्तों को पानी में उबालकर सिर धोने से फरास दूर होती है। जुएँ भी मर जाती हैं।
तिल– बालों में तिल के तेल की मालिश करें। मालिश के आधा घण्टे बाद एक तौलिया गर्म पानी में भिगो कर, निचोड़ कर सिर पर लपेट लें, ठण्डा होने पर पुनः गर्म पानी में निचोड़ कर सिर पर लपेट लें।
इस प्रकार पाँच मिनट गर्म लपेट रखें, फिर ठण्डे पानी से सिर धो लें।
इस से रूसी दूर हो जायेगी।
रीठा रीठे से सिर धोने से बालों की रूसी दूर हो जाती है।
जुएँ
सिर में जुएँ पड़ जाने पर बाल कमजोर हो जाते हैं।
जुएँ पड़ने का मुख्य कारण बालों की समुचित सफाई नहीं करना है।
जहाँ जुएँ स्वयं बालों की जड़ों को कमजोर कर देती हैं, वहीं इनके कारण होने वाली खुजली सिर में रूसी जैसी स्थिति पैदा कर बालों के झड़ने का आधार तैयार कर देती है।
काली मिर्च
6 काली मिर्च, एक कप दही, एक नीबू का रस मिलाकर सिर में लगायें।
20 मिनट बाद सिर धो लें। इससे जुएँ, फरास खत्म हो जायेंगी, बाल अधिक बढ़ेंगे।
पूर्ण सावधानी रखें कि लगाते या सिर धोते समय किसी भी प्रकार से आँखों में न जाये। सिर धोते समय आँखें बन्द रखें तथा बहुत-सा पानी डालकर शीघ्र धोयें।
नीबू
(1) नीबू को काटकर बालों की जड़ों पर रगड़ें और आधा घण्टे बाद सिर धोयें।
इससे बालों में लगा तेल निकल जाता है। इससे जुएँ भी नष्ट हो जाती हैं। नारियल के तेल में नीबू का रस मिलाकर लगायें।
नीबू के रस को पानी में मिलाकर सिर धोने से बाल मुलायम होते
(2) नीबू के रस की सिर में मालिश करने से जुएँ नष्ट हो जाती हैं।
लहसुन-लहसुन को पीसकर नीबू के रस में मिलायें।
रात को सोते समय इसको सिर पर मलें। सबेरे साबुन से सिर धोयें।
इस तरह पाँच दिन लगातार नित्य करने से जुएँ मर जाती हैं।
नीम-नीम के पत्तों को पीसकर पानी में उबाल कर सिर धोने से जुएँ मर जाती हैं।
चुकन्दर-चुकन्दर के पत्तों को पानी में उबाल कर सिर धोने से जुएँ मर जाती हैं।
बथुआ—बथुए को उबाल कर इसके पानी से सिर धोने से जुएँ मर जायेंगी। बाल साफ हो जायेंगे।
काली मिर्च-6 काली मिर्च, सीताफल के 4 बीज पानी में पीसकर 1 चम्मच घी में मिलाकर सिर में लगावें। दो घंटे बाद सिर धो लें। इससे जुएँ मर जायेंगी। बाल धोते समय आँखें बन्द रखें तथा बहुत-सा पानी डालकर शीघ्र धोयें। आँखों में नहीं जाये, सावधानी रखें।
जम जूँ
यह त्वचा, पलकों, भौं एवं शरीर के बालों की जड़ों में होती हैं। सरसों का तेल – 20 ग्राम सरसों का तेल, 25 ग्राम नीबू का रस मिला कर लगायें। जमनष्ट हो जायेंगी।
गंजापन, बाल उड़ना, खल्वाटता (Alopecia)
‘खल्वाट’ रोग हो जाने पर मनुष्य में गंजापन आने लगता है। इसे अंग्रेजी में ‘एलोपेसिया’ कहते हैं तथा सामान्यतया इसे ‘गंज- रोग’ के नाम से भी जाना जाता है।
इस रोग के हो जाने पर बाल बहुत तेजी से झड़ने लगते हैं। बालों में झड़े हुए स्थान पर नए बाल की उत्पत्ति समाप्त हो जाती है। इसका मुख्य कारण उस स्थान पर रोम कूपों का बंद होकर सिर की खाल का चिकनी और सपाट बन जाना होता है। बस, इसी चिकनी बाल उड़ी खाल के निकल आने को ‘खल्वाट रोग’ कहते हैं। इस रोग के होने के कोई विशेष कारण नहीं होते हैं।
केला–केले के गूदे को नीबू के रस में पीस लें और लगायें, इससे लाभ होता है।
अनार-अनार के पत्ते पानी में पीसकर सिर पर लेप करने से गंजापन दूर हो जाता है।